उत्तराखंड

*नारसन विकासखंड में गठित “दुग्ध FPO” का सहकारिता में पंजीकरण सम्पन्न*

ब्यूरो रिपोर्ट।

हरीद्वार। मुख्य विकास अधिकारी महोदया के निर्देशन में जनपद हरिद्वार के नारसन विकासखंड में गठित “उदय दुग्ध कृषक उत्पादक संगठन (FPO)” का सहकारिता विभाग में पंजीकरण सफलतापूर्वक सम्पन्न हो गया है। इस संगठन का गठन ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के सहयोग से किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य जनपद स्तर पर दुग्ध व्यवसाय को संगठित और विकसित करना तथा किसानों की आय में वृद्धि सुनिश्चित करना है।

 

दुग्ध FPO के गठन का उद्देश्य:-

 

यह कृषक उत्पादक संगठन (FPO) दुग्ध व्यवसाय को एक संगठित संरचना में आगे बढ़ाने और वैल्यू चेन के अनुसार दुग्ध उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन को सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करेगा। संगठन से जुड़े किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाने, आधुनिक तकनीकों से परिचित कराने और उत्पादकता बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण देने का कार्य किया जाएगा।

 

वर्तमान संरचना एवं सदस्यता:-

 

वर्तमान में, इस दुग्ध FPO से 6 विकासखंडों के 13 संकुल स्तरीय फेडरेशन जुड़े हुए हैं। यह संगठन संस्थागत रूप से कई स्वयं सहायता समूहों (SHG) और दुग्ध उत्पादक किसानों को एक साझा मंच प्रदान करेगा। इससे न केवल उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि बाजार में एक संगठित ब्रांड के रूप में दुग्ध उत्पादों की पहुंच भी सुनिश्चित की जाएगी।

तकनीकी सहयोग एवं बाजार से जुड़ाव:-

 

ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के अंतर्गत, इस FPO को निजी भागीदारों (Private Partners) से तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाएगा। इसके तहत –

 

दुग्ध उत्पादन को गुणवत्ता और मात्रा दोनों स्तर पर बढ़ाने की रणनीति बनाई जाएगी।

 

दुग्ध उत्पादों की मूल्यवृद्धि (Value Addition) कर उन्हें विभिन्न बाजारों में उचित कीमत पर पहुंचाया जाएगा।

 

किसानों को आधुनिक डेयरी प्रबंधन, पशुपालन तकनीकों, दुग्ध प्रसंस्करण एवं विपणन के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।

 

 

दुग्ध व्यवसाय के सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल:-

 

इस कृषक उत्पादक संगठन के गठन से न केवल दुग्ध उत्पादकों को एक सशक्त मंच मिलेगा, बल्कि उन्हें नए उद्यमिता के अवसर भी प्राप्त होंगे। इससे दुग्ध व्यवसाय को व्यापक स्तर पर बढ़ावा मिलेगा, किसानों की आमदनी में वृद्धि होगी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।

 

मुख्य विकास अधिकारी महोदया एवं जिला परियोजना प्रबंधक (ग्रामोत्थान परियोजना) ने इस पहल को ग्रामीण विकास और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि इस FPO को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करने के लिए सभी आवश्यक संसाधन एवं सहायता उपलब्ध कराई जाए।

 

यह दुग्ध FPO जनपद हरिद्वार में डेयरी उद्योग को मजबूत करने के साथ-साथ, किसानों को तकनीकी एवं वित्तीय रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल साबित होगी।

anilkumar

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