रिपोर्ट – अनिल सैनी।
हरिद्वार । मुख्य विकास अधिकारी महोदया के निर्देशों के क्रम में आज दिनांक 12 दिसंबर 2024 को जिला मुख्यालय विकास भवन हरिद्वार में जिला परियोजना प्रबंधक (डीपीएम), ग्रामोत्थान परियोजना की अध्यक्षता में एक ऑनलाइन मीटिंग का आयोजन किया गया। इस मीटिंग में जिला टीम, ब्लॉक टीम और सीएलएफ (क्लस्टर लेवल फेडरेशन) स्टाफ के सदस्यों ने भाग लिया। मीटिंग का मुख्य उद्देश्य विभिन्न परियोजनाओं और गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा करना और उनकी समयबद्धता सुनिश्चित करना था।
मीटिंग के दौरान निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की गई:
1. शेयर धन और सामुदायिक योगदान:
सभी सीएलएफ स्टाफ को उनके क्षेत्रों में शेयर धन की स्थिति और सामुदायिक योगदान के कार्यान्वयन की प्रगति की रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा गया। यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए कि प्रत्येक सदस्य इस कार्य को प्राथमिकता के साथ पूरा करे। और प्रत्येक सदस्यों का शेयर धन जमा कराना सुनिश्चित करेंगे ।
2. एंटरप्राइज विकास:
ग्रामीण उद्यमों के विकास की प्रगति की समीक्षा की गई। उद्यमों के लाभकारी होने और समय पर उनके लक्ष्य हासिल करने के लिए ब्लॉक स्तर पर योजनाओं को लागू करने पर जोर दिया गया।
3. अत्यंत गरीब (अल्ट्रापुअर) वर्ग:
अल्ट्रापुअर वर्ग के लाभार्थियों के लिए योजनाओं की समीक्षा की गई। इस संदर्भ में चल रही गतिविधियों को समय पर पूरा करने के लिए ब्लॉक और सीएलएफ टीमों को निर्देशित किया गया।
4. अन्य गतिविधियां और समय सीमा:
अन्य सभी गतिविधियों, जैसे समूह प्रशिक्षण, फाइनेंशियल प्लानिंग, और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के उपायों की भी समीक्षा की गई। सभी कार्यों को 20 दिसंबर 2024 तक पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए गए।
जिला परियोजना प्रबंधक के निर्देश:
समयबद्धता: सभी टीमों को निर्देश दिया गया कि निर्धारित कार्यों को 20 दिसंबर 2024 तक अनिवार्य रूप से पूर्ण करें।
जवाबदेही:
जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामोत्थान परियोजना ने स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि यदि कार्य समय पर पूरा नहीं होता है, तो संबंधित कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी और इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।
कार्य गुणवत्ता:
कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए टीमों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
निष्कर्ष:
यह मीटिंग ग्रामोत्थान परियोजना के तहत चल रही योजनाओं और गतिविधियों की प्रगति का विस्तृत आकलन करने के लिए आयोजित की गई थी। जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामोत्थान परियोजना ने सभी कर्मचारियों को समय सीमा के भीतर अपने कार्यों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया और यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि योजनाओं का प्रभावी और लाभकारी तरीके से कार्यान्वयन हो।