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*मुख्य विकास अधिकारी आकांशा कोण्डे की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन: हरिद्वार में ग्रामीण विकास के तहत चल रहे परियोजनाओं पर विस्तृत चर्चा*

Byanilkumar

Jan 13, 2025

रिपोर्ट – अनिल सैनी।

हरिद्वार। हरिद्वार में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) आकांशा कोण्डे की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में पीडी डीआरडीए, एपीडी/डीएमएम – एनआरएलएम, जिला परियोजना प्रबंधक (डीपीएम) और वाईपी-आईटी (ग्रामोत्थान परियोजना “REAP”) सहित सभी ब्लॉक मिशन प्रबंधकों (बीएमएम) ने भाग लिया। बैठक का उद्देश्य सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट, जुट उत्पादन और वेस्ट फ्लावर प्रोसेसिंग यूनिट से संबंधित प्रगति और कार्य योजनाओं की समीक्षा करना था।

 

सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट पर चर्चा:-

 

बैठक के दौरान सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट से संबंधित लंबित कार्यों को प्राथमिकता देने और समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए गए। इसमें मुख्यतः निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा की गई:

 

1. फूड टेक्नोलॉजिस्ट और क्वालिटी मैनेजर की विजिट:-

पतंजलि समूह के फूड टेक्नोलॉजिस्ट और क्वालिटी मैनेजर की विजिट सुनिश्चित करने के लिए 14-01-2025 तक पत्र भेजने का महोदया द्वारा निर्देशित किया गया।

2. सिंघाड़ा क्वालिटी निरीक्षण:-

पतंजलि से संबंधित संसाधन विशेषज्ञ की 21-01-2025 से पहले विजिट सुनिश्चित की जाएगी ताकि सिंघाड़ा की गुणवत्ता का परीक्षण किया जा सके।

3. प्रस्ताव की प्रस्तुति और अनुमोदन:-

14-01-2025 से पहले पीडी महोदय (यूजीवीएस-REAP) के साथ सिंघाड़ा प्रस्ताव की प्रस्तुति और चर्चा की जाएगी।

4. संचालन तिथि:-

सिंघाड़ा प्रोसेसिंग यूनिट को 25-01-2025 तक संचालित करने के निर्देश महोदया द्वारा दिए गए।

5. स्टाफ की नियुक्ति और प्रशिक्षण:-

यूनिट के लिए चार कर्मचारियों की नियुक्ति 20-01-2025 से पहले करने का निर्देश महोदया द्वारा दिया गया। इन कर्मचारियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण पतंजलि के पदार्था में आयोजित किया जाएगा।

6. ब्रांडिंग और पैकेजिंग:-

सिंघाड़ा आटे की उन्नत गुणवत्ता, ब्रांडिंग और पैकेजिंग के लिए संबंधित टीम के सदस्यों के साथ बैठक आयोजित करने का निर्देश महोदया द्वारा दिया गया।

7. लाभांश और बजट आवंटन:-

समुदाय के लाभ के लिए प्रस्ताव में मुनाफा समाहित करने और बजट आवंटन को अंतिम रूप देने पर सहमति के लिए महोदया द्वारा निर्देशित किया गया ।

वेस्ट फ्लावर प्रोसेसिंग यूनिट की प्रगति:-

वेस्ट फ्लावर प्रोसेसिंग यूनिट को लेकर बैठक में विस्तार से चर्चा की गई। इस परियोजना के तहत जमालपुर कलां में स्थित सारस विपणन केंद्र को संबंधित सीएलएफ को हस्तांतरित करने का निर्देश महोदया द्वारा दिया गया। इसके अलावा, वेस्ट फ्लावर से उत्पाद तैयार करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाए जाएंगे:

 

1. सप्लाई चेन की योजना:-

प्रत्येक गतिविधि/चरण की लागत सहित सप्लाई चेन का विस्तृत योजना तैयार करने का निर्देश दिया गया।

2. प्रस्ताव की स्वीकृति:-

वेस्ट फ्लावर प्रोसेसिंग यूनिट के कलेक्शन सेंटर के प्रस्ताव को मुख्यालय (REAP) भेजने का निर्देश महोदया द्वारा दिया गया।

3. आईटीसी के साथ सहयोग:-

बनने वाले उत्पादों की तकनीकी और विपणन संबंधी चर्चा के लिए आईटीसी के हेड (टेक्निकल एंड मार्केटिंग) के साथ सहयोग बैठक जल्द से जल्द आयोजित करने का निर्देश महोदया द्वारा दिया गया।

जुट उत्पादन पर रणनीति:-

बैठक में जुट उत्पादन के क्षेत्र में नई संभावनाओं को खोजने और इसकी मार्केटिंग रणनीति पर चर्चा की गई। इस पहल के तहत निम्नलिखित कदम उठाए गए:

 

1. बाजार अध्ययन:-

जुट उत्पादों के लिए संभावित खरीदारों की सूची तैयार करने का निर्देश महोदया द्वारा दिया गया।

2. सीएलएफ की भूमिका:

जुट उत्पादन से संबंधित कार्यों में सीएलएफ को सक्रिय रूप से शामिल करने का निर्देश भी दिया गया ।

बैठक के अंत में मुख्य विकास अधिकारी महोदया ने सभी अधिकारियों को परियोजनाओं के निर्धारित समय-सीमा में क्रियान्वयन के लिए सख्त निर्देश दिए। उन्होंने जोर दिया कि इन पहलों का उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना, रोजगार के अवसर बढ़ाना और महिलाओं एवं समुदायों की आजीविका को सुधारना है।

बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों ने इन निर्देशों का पालन करने और निर्धारित समय-सीमा में कार्य पूरा करने का आश्वासन महोदया को दिया गया ।

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