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*उत्तराखंड ग्रामीण विकास समिति (UGVS) की वार्षिक समीक्षा बैठक उपायुक्त (परियोजना) ग्राम्य विकास की अध्यक्षता में संपन्न*

Byanilkumar

Feb 5, 2025

ब्यूरो रिपोर्ट।

हरीद्वार। उत्तराखंड ग्रामीण विकास समिति (UGVS) के तहत संचालित Rural Enterprises Acceleration Project (REAP) की वार्षिक समीक्षा बैठक ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की गई। इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता परियोजना के उपायुक्त श्री नरेश कुमार सर द्वारा की गई, जिसमें उत्तराखंड के सभी जिलों के जिला परियोजना प्रबंधक एवं सहायक प्रबंधक और अन्य संबंधित अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य AWPB 2024-25 के लक्ष्यों की पूर्ति, उद्यम विकास, वे साइट अमेनिटीज और अन्य गतिविधियों की प्रगति की समीक्षा करना था।

AWPB 2024-25 के लक्ष्यों की समीक्षा:-

बैठक में Annual Work Plan and Budget (AWPB) 2024-25 के तहत निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति की प्रगति पर गहन चर्चा की गई। परियोजना के तहत विभिन्न जिलों में ग्राम आधारित उद्यमों (Rural Enterprises) को विकसित करने, महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने, किसानों और उत्पादकों को आवश्यक संसाधनों से जोड़ने और बाजार की उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयासों की समीक्षा की गई। अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे AWPB 2024-25 के तहत निर्धारित कार्यों को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करें और प्रत्येक जिले की प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत करें।

हरिद्वार जिला परियोजना प्रबंधन की सहभागिता:-

इस ऑनलाइन बैठक में जिला परियोजना कार्यालय हरिद्वार के ग्रामोत्थान कार्यालय से जिला परियोजना प्रबंधन (DPM) की पूरी टीम, सभी सहायक प्रबंधक (Assistant Managers) तथा वाईपी-केएम / आईटी (YP-KM/IT) ने सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया। हरिद्वार जिले में संचालित उद्यमों, कृषि आधारित व्यवसायों, स्वयं सहायता समूहों (SHGs) की आजीविका गतिविधियों, और बाजार से जुड़ाव को लेकर किए गए प्रयासों पर विस्तार से चर्चा हुई।

उद्यम विकास एवं विपणन रणनीतियाँ:-

बैठक के दौरान ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्थानीय उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया गया। उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में कृषि, बागवानी, मधुमक्खी पालन, हस्तशिल्प, जैविक उत्पादों और पशुपालन पर आधारित उद्यमों की स्थिति की समीक्षा की गई।

परियोजना के तहत विशेष रूप से स्थानीय उत्पादों की ब्रांडिंग, मार्केटिंग, पैकेजिंग और बिक्री बढ़ाने पर जोर दिया गया ।

वे साइट अमेनिटीज (Way-Side Amenities) पर चर्चा:-

बैठक में वे साइट अमेनिटीज (Way-Side Amenities) के तैयारियों को लेकर भी व्यापक चर्चा हुई। परियोजना के तहत मुख्य सड़कों और पर्यटन स्थलों के निकट विश्राम गृह, स्वच्छता सुविधाएँ, फूड कोर्ट, स्थानीय उत्पाद बिक्री केंद्र और सूचना केंद्रों की स्थापना की जा रही है। यह निर्णय लिया गया कि स्थानीय स्वयं सहायता समूहों (SHGs) और किसान उत्पादक संगठनों (FPOs) को इन केंद्रों के संचालन में प्राथमिकता दी जाएगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो और पर्यटन को बढ़ावा मिले।

महिला एवं युवा सशक्तिकरण:-

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) और युवा उद्यमियों को वित्तीय सहायता और प्रशिक्षण प्रदान करने की प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। महिलाओं को कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, हस्तशिल्प और अन्य ग्रामीण उद्यमों से जोड़कर उनकी आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए विशेष योजनाओं को लागू किया जाएगा।

भविष्य की कार्ययोजनाएँ:-

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि परियोजना के अगले चरण में डिजिटल मार्केटिंग, ग्रामीण उत्पादों की ब्रांडिंग, और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बिक्री को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही, स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रदर्शनियों एवं मेलों का आयोजन किया जाएगा।

बैठक के अंत में श्री नरेश कुमार सर ने सभी जिला अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे AWPB 2024-25 के लक्ष्यों को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करें, उद्यमों को बाजार उपलब्ध कराने के प्रयासों को तेज करें, वे साइट अमेनिटीज के निर्माण को गति दें, और महिला एवं युवा सशक्तिकरण को बढ़ावा दें। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को परियोजना के लक्ष्यों की सफलता के लिए समर्पित प्रयास करने का निर्देश दिया।

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