रिपोर्ट – अनिल सैनी।
लक्सर। वीर CLF द्वारा ग्राम रघुनाथपुर उर्फ बालावाली, खानपुर, हरिद्वार में आगनवाड़ी केंद्र पर “आधुनिक तकनीकी द्वारा चारा उत्पादन” पर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में खानपुर ब्लॉक के कुलदीप सिंह (सहायक विस्तार – कृषि एवं पशुपालन) ने पशुपालक महिला किसानों को प्रशिक्षण दिया। साथ ही NRLM के ब्लॉक मिशन प्रबंधक विशाल शर्मा और DEO चित्रांश परमार ने भी प्रशिक्षण में भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। प्रशिक्षण के दौरान साइलेज उत्पादन की विधि, इसके लाभ और उद्देश्य, तथा चारा फसलों की पौष्टिकता पर गहन जानकारी दी गई।
किसानों को साइलेज उत्पादन की आवश्यकता और इसकी लागत समझाई गई, जिसमें उच्च पौष्टिक फसलों, जैसे मक्का, ज्वार और बाजरा का चयन कैसे करना है, यह भी बताया गया। साइलेज उत्पादन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया, जिसमें फसल की कटाई, सुखाने, भराई और सीलिंग की विधियों पर ध्यान केंद्रित किया गया ताकि चारा लंबे समय तक सुरक्षित रहे और पशुओं के लिए पौष्टिक बना रहे। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य पशुपालक किसानों को चारा उत्पादन की आधुनिक तकनीकों से अवगत कराना था, जिससे वे अपने पशुपालन को अधिक लाभकारी बना सकें। कुल 21 पशुपालक किसानों ने इस प्रशिक्षण में भाग लिया और साइलेज उत्पादन की तकनीक सीखी, जिससे न केवल उनकी पशुओं के लिए बेहतर पोषण उपलब्ध होगा, बल्कि उनकी आय में भी सुधार होगा। यह कार्यक्रम ग्रामीण अर्थव्यवस्था और किसानों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हुआ।