रिपोर्ट – अनिल सैनी।
खानपुर। खानपुर विकास खंड के डपटी खेड़ा गांव में सिंघाड़ा उत्पादन करने वाले काश्तकारों के साथ जिला परियोजना प्रबंधक संजय सक्सेना (ग्रामोत्थान परियोजना – रीप) की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य सिंघाड़ा की पूरी वैल्यू चेन को सशक्त बनाना और काश्तकारों को आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान करना था।
काश्तकारों से विस्तृत बातचीत के आधार पर सिंघाड़ा उत्पादन, प्रोसेसिंग, मार्केटिंग और वैल्यू एडिशन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और एक व्यापक योजना तैयार की गई। इस योजना के तहत उत्पादन तकनीक, उत्पाद विकास, मार्केटिंग, वैल्यू एडिशन और सप्लाई चेन के प्राथमिक स्तर पर कार्य की शुरुआत की गई। इस संबंध में जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा क्षेत्रीय दौरा कर फिजिकल वेरिफिकेशन भी किया गया।
सिंघाड़ा की वैल्यू चेन को ग्रामोत्थान परियोजना द्वारा चरणबद्ध रूप से विकसित किया जाएगा, और आगामी चरणों में इसके लिए एक ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ की स्थापना भी की जाएगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य काश्तकारों की आवश्यकताओं के अनुसार उन्हें समर्थन प्रदान करना और इस क्षेत्र में रोजगार के नए अवसरों का सृजन करना है। इससे न केवल सिंघाड़ा उत्पादकों की आय में वृद्धि होगी, बल्कि मार्केटिंग और उत्पादन से जुड़े जोखिमों को भी कम किया जा सकेगा।
इसके अतिरिक्त, जिला परियोजना प्रबंधक ने ‘अल्ट्रा-पुअर सपोर्ट’ कार्यक्रम के तहत सब्जी खेती, मसाला प्रोसेसिंग, तेल निष्कर्षण इकाइयों, सुअर पालन और जूट बैग निर्माण गतिविधियों का भी दौरा किया और इन क्षेत्रों में कार्यरत लाभार्थियों से बातचीत की।
इस दौरे के दौरान, कलेक्शन सेंटर की स्थापना के संदर्भ में बीडीओ खानपुर के साथ बैठक की गई, जिसमें बीडीओ महोदय ने चिन्हित इमारत और उसके आसपास की भूमि को क्लस्टर लेवल फेडरेशन (सीएलएफ) को सौंपने की सहमति प्रदान की।इस अवसर पर उजाला सीएलएफ की अध्यक्षा, स०प्र० आजीविका, ब्लॉक और CLF की टीम भी उपस्थित रही ।