रिपोर्ट – अनिल सैनी।
हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी महोदया के निर्देशानुसार, ग्रामोत्थान परियोजना के जिला परियोजना प्रबंधक (डीपीएम) द्वारा खंड विकास अधिकारी बहादराबाद के साथ समृद्धि प्रसाद ग्रोथ सेंटर, बहादराबाद और सरस विपणन केंद्र, जमालपुर कलां का संयुक्त भ्रमण किया गया। इस भ्रमण का उद्देश्य वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट गतिविधि को स्थापित करने के लिए आवश्यक संसाधनों और अवस्थापना सुविधाओं का आकलन करना था।
निरीक्षण की मुख्य बिंदु:-
1. भवन का निरीक्षण और रेनोवेशन योजना:-
टीम ने ग्रोथ सेंटर और विपणन केंद्र की वर्तमान स्थिति का मूल्यांकन किया। भवन को वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट यूनिट की आवश्यकताओं के अनुरूप रेनोवेट करने की योजना बनाई गई। इसमें दीवारों, फर्श, और छत की मरम्मत, बिजली की फिटिंग, और आवश्यक सुरक्षा उपाय शामिल हैं।
2. मशीनरी स्थापना हेतु स्थान चयन:-
मशीनरी स्थापित करने के लिए केंद्र में उपयुक्त स्थान का चयन किया गया। यह स्थान ऐसी जगह तय किया गया जहां आसानी से कार्यशीलता सुनिश्चित हो सके और संचालन में किसी प्रकार की बाधा न हो।
3. पार्किंग और लोडिंग/अनलोडिंग सुविधा का आकलन:-
वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट गतिविधि के संचालन के लिए पार्किंग स्पेस और लोडिंग/अनलोडिंग सुविधाओं का भी निरीक्षण किया गया। सुनिश्चित किया गया कि वाहनों की आवाजाही में बाधा न हो और कच्चे माल व तैयार उत्पादों को आसानी से लोड/अनलोड किया जा सके।
4. निर्देश और एस्टीमेट तैयार करने की प्रक्रिया:-
खंड विकास अधिकारी द्वारा ब्लॉक के जूनियर इंजीनियर (जेई-आर ई एस) को निर्देश दिए गए कि समस्त मानकों का ध्यान रखते हुए भवन के रेनोवेशन और मशीनरी स्थापना के लिए विस्तृत एस्टीमेट तैयार किया जाए। यह एस्टीमेट अनुमोदन हेतु जिला मुख्यालय को प्रेषित किया जाएगा।
5. भविष्य की कार्ययोजना:-
रेनोवेशन कार्यों और मशीनरी स्थापना के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
गतिविधि के प्रारंभिक चरण में वेस्ट फूलों से अगरबत्ती, खाद, और अन्य उत्पाद तैयार करने के लिए प्रशिक्षण एवं तकनीकी सहयोग प्रदान किया जाएगा।
स्थानीय ग्रामीण महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को इस गतिविधि से जोड़ा जाएगा, जिससे उनके आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
यह परियोजना न केवल फूलों के कचरे का पर्यावरण-अनुकूल निपटारा सुनिश्चित करेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का भी एक माध्यम बनेगी। वेस्ट फ्लावर मैनेजमेंट के तहत निर्मित उत्पादों के विपणन से आय सृजन होगा और स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा।
जिला परियोजना प्रबंधक, ग्रामोत्थान परियोजना ने कहा कि यह पहल हरिद्वार जिले में सतत विकास और आजीविका संवर्धन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।