नाम-इंद्दु गिरी, शिक्षा-बीए राजनीतिक पृष्ठभूमि-सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान। जी हां लोगों को जिस मुकाम को हासिल करने में लंबा वक्त लग जाता है उसे इंद्दु ने केवल 21 वर्ष की उम्र में हासिल किया है। वह सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान बनी है। इंद्दु उम्र में भले ही कम हों लेकिन उनके इरादे बुलंद हैं। गांव के विकास के लिए वह पूरी तरह तैयार है आइए जानते हैं युवा प्रधान इंद्दु की सबसे कम उम्र की प्रधान बनने की यात्रा के बारे में
हरिद्वार जिले के लंढोरा क्षेत्र में ग्राम पंचायत गाधारोना की सबसे कम उम्र की ग्राम प्रधान इंद्दु गिरी (21) की आयु भले ही कम है, लेकिन गांव के विकास के लिए उनके इरादे काफी ऊंचे हैं। वह कहती हैं कि गांव का विकास उनकी प्राथमिकता में है। गांव की सबसे बड़ी समस्या तालाब की जो बरसात के दिनों में तालाब ओवरफ्लो होकर रास्तों और घरों में तालाब का पानी भर जाता है।
ग्राम प्रधान बताती हैं कि गांव में सार्वजनिक स्थानों पर शौचालय का निर्माण कराना है। गांव में छात्र-छात्राओं को आधुनिक शिक्षा दिलाने के लिए कंप्यूटर सेंटर एवं पुस्तकालय का निर्माण कराना चाहती हैं। गांव में समस्याएं हैं, जिनमें साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। स्वच्छता को लेकर जिले में ग्राम पंचायत का नाम रोशन करना है। अधिक से अधिक स्वयं सहायता समूह बनाकर महिलाओं एवं लड़कियों को रोजगार से जोड़ा जाएगा। जल निकासी के लिए नालों एवं नालियों के निर्माण के साथ ही तालाब का सुंदरीकरण कराया जाएगा। गांव के हर पात्र व्यक्ति को सरकारी योजना का लाभ दिलाया जाएगा। पेंशन एवं राशन कार्ड बनवाए जाएंगे। सड़कों के निर्माण के साथ ही महिलाओं को भी मनरेगा से जोड़कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया जाएगा। इंद्दु गिरी पहली बार चुनाव लड़ी और जीत गई। गांव में पेयजल, गंदगी, सड़कों आदि की समस्याएं हैं। ग्राम प्रधान का कहना है कि इन समस्याओं को दूर कराने का प्रयास किया जाएगा।